दानिश खान

कानपुर । आमना का लाल आया उम्मत को बख्शाने वाला आया, आका ए सरवरे कायनात की पैदाइश इस्लाम की बुनियाद सब कुछ प्यारे नबी सल्लाहु अलैः वसल्लम के सदके तुफैल में है अल्लाह ने कुरान में फरमा दिया जो मेरे नबी का नही वो हमारा भी नही नबी की शान में पूरी कुरआन लिखी हुई है । ये कायनात अल्लाह ने अपने मेहबूब मोहम्मद सल्लाहो अलैहे वसल्लम के लिए ही बनाई है, आपकी पैदाइश के वक्त फरिश्ते आपकी वाल्दा को सलाम पेश करते और सारा घर खुशुबू और नूर से भर जाता था,आपने हमेशा इंसाफ किया और आपकी परवरिश दाई हलीमा ने करी आपकी याद में सारी कायनात में आज की रात जश्ने ईद ए मिलादुन्नबी के नाम से मनाता आ रहा है । इसी मे कानपुर में बारा रवि उल अव्वल की ज़ोर शोर से हुई सजावट जिसमे शहर के सभी मुस्लिम क्षेत्रों में बहुत ही खूबसूरत सजावट व गेट बनाए गए जिनमे जाजमऊ में दुबई का बुर्ज खलीफा,जाजमऊ चुंगी पर गेट,और बाबू पुरवा में दुबई की मस्जिद भी बनाई गई इसके अलावा सुजात गंज ,मीरपुर,कैंट,रोशन नगर ,चमन गंज, बेकन गंज, तलाक़ महल,आलम मार्केट व अन्य क्षेत्रों में भी सजावट की गई जगह जगह कुरआन ख्वानी, व नात ख्वानी की गई,इस मौके पर जाजमऊ में जो गेट बना उसके सरपरस्त और मखदूम शाह की दरगाह के खादिम मौलाना साफे वली कानपुरी,जमा वली कानपुरी,और जकरिया नफीस कानपुरी ने बताया कि आका की पैदाइश के मौके पर हर साल ये प्रोग्राम करते है और आगे भी हमेशा होता रहेगा ।

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