कानपुर । अखिल भारतीय पीड़ित अभिभावक महासंघ के अध्यक्ष राकेश मिश्रा निडर के तत्वाधान में जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर संतुलित फीस की मांग को लेकर अपने बच्चों के स्कूली बैग,कॉपी,किताब लेकर प्रदर्शन किया । नवीन अग्रवाल, शाकिर अली उस्मानी,के सी शर्मा,एडवोकेट अवधेश पांडे, एड.विवेक हिंदू,राममोहन पाठक,अजीत खोटे,आशीष शुक्ला, हरिशंकर प्रजापति,आशुतोष बाजपेई,प्रदीप निगम,एड मधु यादव,रमाकांत,दिलीप बागी,एस.के.साहू,विवेक दुबे,रजत सक्सेना,पंकज यादव,सौरभ त्रिपाठी,लक्ष्मी निषाद,अतहर,लव गुप्ता द्वारा फीस गले की फांसी है,जनता भूखी प्यासी है । हमरा बच्चा रोता है डीएम,सीएम सोता है के जोरदार नारे लगाए गए ।
भूतपूर्व सभासद मोहम्मद शारिया,पिंटू ठाकुर,महताब, बॉबी, जीशान,इरफान नदीम,जानी,शारिक मिर्जा,साहिल यादव ने अपने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि शिक्षा मौलिक अधिकार है जोकि हमारे बालकों को निशुल्क मिलनी चाहिए । शिक्षा का अधिकार के तहत निजी विद्यालयों में 25% कोटा जो अलाभित एवं दुर्बल वर्ग के बालको के लिए आरक्षित है वह भी बच्चों को प्राप्त नहीं हो रहा है ।
उन्नाव अभिभावक संघ के अध्यक्ष सुनीत तिवारी,मायरा फाउंडेशन ट्रस्ट के शबाब हुसैन एव दोस्त सेवा संस्थान के रवि शुक्ला द्वारा अपने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि बिल्लाबांग कंगारू किड्स स्कूल सिविल लाइंस,द कंगारू किड्स प्रीस्कूल एंड क्लब किदवई नगर,विरेंद्र स्वरूप एजुकेशन सेंटर श्याम नगर,किदवई नगर एवं सीलिंग हाउस स्कूल सिविल लाइन में आरटीई कोटे के तहत जिन छात्रों का चयन सरकार द्वारा लाटरी ड्रा उपरांत किया गया है,आज दिनांक तक प्रवेश नहीं लिया । अभिभावक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के विकास बाजपेई,संजीव चौहान,मीनाक्षी गुप्ता ने नो स्कूल,नो फीस के नारे लगाए ।
निडर के नेतृत्व में आए अभिभावकों के दल ने सांकेतिक रूप से अपने बच्चों के बैग,कॉपी,किताबें पेंसिल,रबड़ जिला विद्यालय निरीक्षक को सौंप दिया और चेतावनी दी यदि सरकार द्वारा संतुलित फीस की मांग नहीं मानी जाती तो अभिभावक निजी विद्यालयों के सामने प्रदर्शन करने के साथ-साथ होने वाले विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों का विरोध करेंगे ।
वर्तमान शैक्षणिक वर्ष को जीरो सत्र घोषित किया जाए ।उन्नाव विरेंद्र स्वरूप एजुकेशन सेंटर में अध्ययनरत छात्र दिव्यांश सिंह के पिता द्वारा जो मुकदमा कक्षा अध्यापक के विरुद्ध पंजीकृत कराया गया है उस प्रथम सूचना रिपोर्ट में प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य के विरुद्ध हत्या की धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराए जाने का कष्ट करे क्योंकि आत्महत्या के लिए कक्षा अध्यापक के साथ-साथ प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य भी दोषी है । डीएफआरसी की तत्काल बैठक सुनिश्चित की जाए एवं अप्रैल मई-जून की संपूर्ण फीस माफ की जाए । राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के तर्ज पर ऑनलाइन शिक्षा का शुल्क निजी विद्यालयों द्वारा लिया जाए । जो जिला विद्यालय निरीक्षक कानपुर को निर्देशित किया जाए की समस्त निजी विद्यालय की वास्तविक ट्यूशन शुल्क जिसे वह पिछले साल में अभिभावकों से लेते आए हैं उसी शुल्क का स्पष्ट उल्लेख कराया जाए । 15अक्टूबर से निजी विद्यालय खोलने हेतु उनके द्वारा अभिभावकों की अपने बच्चों को स्कूल भेजने की जो स्वीकृति मांगी जा रही है,उस विषय पर निजी विद्यालयों को भी जिम्मेदारी के दायरे में लाया जाए और निजी विद्यालयो द्वारा बच्चों की सुरक्षा हेतु और उससे संबंधित तैयारियों के आशय से एक शपथ पत्र लिया जाए ।
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