कानपुर । समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश महासचिव अभिमन्यु गुप्ता के नेतृत्व में कानपुर ग्रामीण व महानगर के व्यापारियों ने भाजपा पर चोरी छिपे चोर दरवाज़े से बिजली की कीमत बढ़ाने के प्रयास का आरोप लगाते हुए केसको मुख्यालय में यूपी पावर कारपोरेशन द्वारा रेट स्लैब बदलाव के प्रस्ताव के विरोध में राज्यपाल व ऊर्जा मंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन दिया । ज्ञापन में कहा गया की यूपी की भाजपा सरकार द्वारा यूपी पावर कॉरपोरेशन नियंत्रित है जिसने राज्य विद्युत नियामक आयोग को गुपचुप ढंग से बिजली दरों के मौजूदा स्लैब में फिर से बदलाव का प्रस्ताव भेजा है जिसकी वजह से स्लैब घट जाएंगे और कई श्रेणियों की दरों में परोक्ष रूप से बढ़ौतरी हो जाएगी । अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की यह चोर दरवाज़े से बिजली दरें बढ़ाने का भाजपा सरकार का क्रूरतम निर्णय है क्योंकि वर्तमान में कमरतोड़ महंगाई और लाकडाउन में आमदनी बन्द होने की वजह से पहले ही जीवनयापन कठिन हो गया है और इतनी तकलीफों के बावजूद भाजपा सरकार ने न ही लाकडाउन के दौरान बिजली बिल माफ किया और न ही कोई सीधी मदद पहुंचाई ।पेट्रोल,डीज़ल,सब्ज़ी,अनाज व रसोई गैस की कीमतों में बढ़ौतरी से पहले ही प्रदेश की जनता त्राहि त्राहि कर रही है सबसे ज़्यादा पीड़ित छोटा व मध्यमवर्गीय व्यापारी ही है । इस स्लैब परिवर्तन के हो जाने पर तो हालात बद से बदतर हो जाएंगे । हैरानी की बात ये है की ऐसा प्रयास पिछले वर्ष भी किया गया,पर इसको राज्य विद्युत नियामक आयोग ने खारिज कर दिया था । पर अब फिर से 2021-22 के लिए दाखिल किए गए एआरआर में स्लैब परिवर्तन को शामिल किया गया है । नोटबन्दी,जीएसटी, लॉकडाउन व महंगाई से टूटे व्यापारी की कमर टूट जाएगी । अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की अगर स्लैब परिवर्तन का प्रस्ताव मान लिया गया तो 500 यूनिट तंक जो बिजली 5.50 से 6.50 रुपये यूनिट तंक रहती है,वह 300 यूनिट के ऊपर ही सात रुपये प्रति यूनिट मिलेगी जिससे दरों में इजाफा न होने के बावजूद बिजली खर्चा कहीं अधिक बढ़ जाएगा । वर्तमान में कम से कम 20 प्रतिशत की कमी करके ही किसी नए स्लैब का प्रस्ताव या मंजूरी देनी चाहिए । पूरी प्रक्रिया विशेषकर एआर आर (वार्षिक राजस्व आवश्यकता)के सार्वजनिक प्रकाशन व सुझाव आपत्तियां दाखिल होने के बाद ये प्रस्ताव नियमों के खिलाफ है । इससे यह साफ होता है कि भाजपा सरकार उपभोक्ताओं पर परोक्ष रूप से बोझ बढ़ाना चाहती है । ये जनता के साथ धोखा व क्रूरता है । समाजवादी पार्टी की सरकार को सस्ती बिजली दरों के लिए याद किया जाता है तो भाजपा सरकार को देश की सबसे महँगी बिजली के लिए । ज्ञापन के द्वारा राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की गई और भाजपा सरकार द्वारा चोरी छिपे किये जा रहे इस अन्याय को रोकने की भी मांग की गई । समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश महासचिव अभिमन्यु गुप्ता,प्रदेश सचिव संजय बिस्वारी,कानपुर ग्रामीण अध्यक्ष व्यापार सभा विनय कुमार, कानपुर महानगर अध्यक्ष जितेंद्र जायसवाल,कानपुर ग्रामीण महासचिव मो इमामुद्दीन, अश्वनी निगम, शेषनाथ यादव,आयुष यादव,पुष्पेंद्र सिंह, सोनू वर्मा, गौरव भाटिया, नीरज वर्मा,सुमित यादव,योगेंद्र सिंह, मनोज कुशवाहा,मधुबन विश्कर्मा,नीरज सिंह,शिवा सोनकर आदि थे ।
Leave a Reply