*भीषण गर्मी में जनता प्यासी मर जाए कुम्भकर्णी नगर निगम पर कोई फर्क ना पड़ पाए*
मो0 नदीम
बढ़ते तापमान को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि इस बार भी सूर्य देव अपने सख्त तेवर से लोगो को झुलसाने की पूरी तरह से तैयारी किए हुए है वही दूसरी तरफ नगर निगम की अभी तक कोई भी ऐसी तैयारी नजर नही आ रही है जिससे राहगीरो को भीषड़ गर्मी से राहत मिल सके नगर निगम व तमाम संस्थाओ के रहते हुए शहर में एक भी निशुल्क पियाऊ नजर नही आया है गर्मी की बढ़ती शिद्दत से डरे लोग सड़कों पर पसरा सन्नाटा ये बया कर रहा है कि लोग घरो में इसलिए दुबके हुए है कही वो भीषण गर्मी में किसी बड़ी बीमारी के शिकार ना हो जाए
अप्रैल से ही भीषण गर्मी झेल रहे शहरवासियों को माह मई में आग उगलती गर्मी से राहत के आसार नही दिख रहे है भीषण गर्मी के कारण स्कूली बच्चों से लेकर अभिभावक शिक्षक रिक्शा चालक व रोजमर्रा काम करने वाले आदि लोग दोपहरिया में झुलस रहे है जनजीवन अस्त व्यस्त होता दिख रहा है गर्मी की शिद्दत को देखते हुए अभी तक राहगीरो के प्यासे कंठो की प्यास बुझाने के लिए कोई ठोस कदम नही उठाए गए है शहर के नांमचीन स्थलों व सार्वजनिक मार्गो पर इस साल नगर निगम की ओर से कोई भी निशुल्क प्याऊ व्यवस्था नही की गई है राह चलते लोगो का प्यास के मारे बुरा हाल है ठंडा तो दूर नार्मल पानी के लिए भी लोगो को भटकना पड़ रहा है मजबुरी के कारण लोग बोतल बन्द या फिर पाउच खरीदने पर मजबूर है
शहर के प्रमुख चौराहों से रोज़ाना लाखो राहगीरो का आवागमन होता है भीषण गर्मी के प्रकोप को कम करने का पानी ही एकमात्र सहारा होता है अभी तक प्रशासन व नगर निगम की ओर से राह चलते लोगो के लिए निःशुल्क पानी की कोई भी व्यवस्था नही की गयी है सबसे व्यस्तम चौराहों में शुमार घण्टाघर से लेकर परेड तक एक भी पौशाला नही बना है और ना ही हैंडपम्प लगा है गर्मी के मौसम मे लोगों को पेयजल की व्यवस्था करने के लिए हर साल स्वंयसेवी संस्थाओ द्वारा शहर में जगह जगह चौराहो रोडवेज बस स्टैंड रेलवे सहित कई स्थानों पर निशुल्क पौशाले स्थापित किये जाते रहे है लेकिन इस बार अभी तक स्वंय सेवी संस्थाओ ने कोई भी पौशाला खुलवाने की सुध नही ली है जिस कारण मुसाफिरों और राहगीरो को प्यास बुझाने के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है सरकारी विभागों में भी जनता को पानी के लाले पड़े हुए है नाम वास्ते लगे फ्रीजर खराब पड़े लोगो को मुह चिढा रहे है मानो कह रहे हो हमें महसूस करो हमारी सेवाए लेने के बारे में भूल जाओ सबसे व्यस्तम कचहरी परिसर में अपनी समस्याओं को लेकर हजारो लोगो का आना जाना लगा रहता है यहां पर भी ठंडे पानी की कोई व्यवस्था नही है आग उगलती गर्म से निजात पाने के लिए लोग खरीदकर पानी पीने को मजबूर है जिनके पास पैसे नही होते है वो बेचारे घण्टो हैंड पम्प की तलाश में भटकते रहते है
यही हाल सीसामऊ स्थित चौराहों का भी है विधायक से लेकर पार्षद तक अपनी राजनीति चमकाते नजर आ जाएंगे लेकिन जनता को भीषण गर्मी में पेयजल की समस्या से निजात दिलाता कोई भी नजर नही आता है हलीम कालेज चमन गंज बेकन गंज से लेकर परेड तक एक भी पौशाला नही है और नाहि कोई हैंड पम्प ऐसा दिखाई देता है जो चलने की हालत में हो जिससे राहगीरों को पेयजल से राहत मिल सके लगभग यही दशा पूरे शहर की हो रही है गर्मी के चलते इंसानों से ज्यादा दुर्दशा जानवरो की हो रही है भीषण गर्मी से बौखलाए जानवर आस पास के घरों व दुकानों में घुसकर पानी की तलाश कर रहे है कुछ सभ्य लोग जानवरो पिला देते है लेकिन कुछ लोग धकियाकर भगा देते है कुछ जानवर पानी कमी के कारण मौत के निवाले भी बन चुके है ऐसी विकट परिस्थिति में क्यो कोई सामाजिक संगठन व पार्टी सामने नही आती है बहरहाल मामला कुछ भी हो अगर जल्द ही भीषण गर्मी की मार झेल रहे लोगो को राहत देने के लिए शासन प्रशासन ने पौशालो से वंचित रहे चौराहों पर पेयजल की कोई पुख्ता व्यवस्था ना की तो हजारो लोगो को रोज़ाना प्यासे ही चिलचिलाती धूप में जलना पड़ेगा इसका कौन जिम्मेदार होगा ये बताने की जरूरत नही है
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