कानपुर । थाना अनवरगंज अन्तर्गत आने वाले बासमंडी चौकी के गुरबतुल्ला पार्क में थाना स्तर पर मकान को खाली कराने का मामला प्रकाश में आया है।जहाँ एक मकान में कई परिवार रहते है।उस मकान में एक परिवार ऐसा भी है जिसका उस मकान में मालिकाना हक़ है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मकान में 5 भाइयों का हिस्सा है,5 भाइयो में 4 भाइयों ने उस जमीन को किसी दूसरे को अपना हिस्सा बेच दिया,लेकिन एक भाई अभी भी उसी मकान में अपने परिवार सहित रहता है।उसी मकान में कई किरायदार 60 से 70 वर्षो से रह रहे है उस मकान को जिस व्यक्ति ने खरीदा उसने मकान को खाली कराने के लिए दबंगो का सहारा लिया और उन दबंगों के साथ क्षेत्रीय पुलिस से सांठगांठ कर एक हिस्से के मालिक के साथ वहां रह रहे किरायदारों को प्रताड़ित कर मकान को खाली कराने का दबाव बना रहे हैं ।
इस संबंध में किरायदारों व मकान में रहने वाले मालिक ने जब अपनी गुहार थाना अनवरगंज से लगाई तो थाना स्तर से कोई कार्यवाही नहीं हुई बल्कि उल्टा शिकायतकर्ता को ही पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा ।
सूत्रों की माने तो चौकी प्रभारी मो० आरिफ़ व थाना प्रभारी द्वारा शिकायतकर्ताओं के ऊपर दबाव बना के मकान खाली करने की धमकी दी जा रही है ।
इसी के साथ दबंग मकान तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं,जिसके सम्बन्ध में चौकी प्रभारी द्वारा शिकायतकर्ताओं से समझौता नामा भी लिखवाया गया है।जिसमे कहा गया है 1महीने तक कोई भी मकान में तोड़ फोड़ नहीं होगी।इसके बाद भी दिनांक 13/12/2020 को कुछ दबंगो द्वारा मकान में जोर जबरदस्ती घुस कर तोड़ फोड़ करना शुरू कर दिया तो शिकायकर्ताओं ने फिर से थाना अनवरगंज से मदद की गुहार लगाई,उसके उपरांत फिर से थाना अनवर गंज पुलिस द्वारा समझौता कराया गया । नये समझौतानामे में पुलिस के दबाव में लिखवाया गया की उनको मकान तोड़ने दो आप लोगों का कोई नुकसान नहीं होगा अगर कोई नुक्सान होता है तो उसकी भरपाई तोड़ने वाला करेगा।अब प्रश्न ये उठता है कि बिना न्यायलय के आदेश के जमीनी विवाद में क्यूं करती है पुलिस हस्तक्षेप ।
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