कानपुर । मदरसा अरबिया रज्जाकिया मदीनतुल उलूम बांसमंडी में आज यौमे हजरत उस्मान गनी मनाया गया । जलसे की सदारत मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही काजी शहर कानपुर ने की। जलसे में मौलाना मुफ्ती मोहम्मद हनीफ बरकाती ने हजरत उस्मान गनी की जिंदगी पर रोशनी डालते हुए बताया कि आपने किस तरह से राह ए हक पर चलते हुए अपनी जिंदगी गुजार दी अल्लाह ने आपको इतना नवाजा था कि आपने अल्लाह की राह पर खिदमते खल्क में अपना सब कुछ दे दिया उन्होंने बताया कि आपने जंगे बद्र में 100, 200 और फिर 300 ऊंट में साजो सामान के गुजारा करने के लिए भेजे आज के दौर में हमें और कौम के माल ए हैसियत लोगों को सीख लेकर मदद करनी चाहिए। मुफ्ती हनीफ बरकाती ने हजरत उस्मान गनी की पूरी जिंदगी के बारे में तफ्सील से बताया जलसे का आगाज तिलावत ए कुरान शरीफ के साथ हुआ जोकि हाफिज मोहम्मद नेमतुल्लाह ने की इसके बाद जलसे की सदारत कर रहे काजी शहर कानपुर मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही साहब ने बताया कि हजरत उस्मान गनी ने किस तरह दीन के लिए अपनी जिंदगी कुर्बान कर दी राहे हक पर चलकर खुदा के लिए जिंदगी भर खिदमत ए खल्क करते रहे आखिर में मरहूम मोहम्मद शाह आजम बरकाती की मगफिरत के लिए दुआ की गई । हाफिज अब्दुल रहीम बहराइची ने बताया कि किस तरह से मोहम्मद शाह आजम बरकाती साहब कौम की खिदमत के लिए लगे रहते थे जलसे की निजामत शब्बीर कानपुरी ने की जलसे में नात शरीफ मौलाना हसीब उर रहमान हाफिज मोहम्मद असद हाफिज मोहम्मद सैफ ने पढ़ी इस मौके पर हाफिज अब्दुर्रहीम बहराइची मौलाना फिरोज हाफिज खुर्शीद, अब्दुल कलाम, इजहार अहमद, मोहम्मद कैफ, मोहम्मद रोमान, मोहम्मद आसिफ, रईस, हाफिज महमूद आलम आदि लोग शामिल थे।
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