
दानिश खान
कानपुर । आज कुल हिंद जमीअतुल आवाम उत्तर प्रदेश के तत्वधान में मोहर्रम को लेकर अहम मीटिंग का आयोजन रूपम चौराहा स्थित गरीब नवाज हाल में किया गया जिसमें मोहर्रम के जुलूस सहित विभिन्न मोहर्रम के आयोजनों के बारे में जुलूस के जिम्मेदार एवं बुद्धिजीवियों के संग चर्चा हुई शहर काजी की अध्यक्षता में मीटिंग करके महत्वपूर्ण माह मोहर्रम व इसमें निकलने वाले सभी प्रकार के परंपरागत जुलूसो को सकुशल संपन्न कराने के लिए बैठक हुई मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे शहर काजी मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही ने कहा कि एक या दो दिन बाद इस्लामी साल का पहला महीना मोहर्रम शुरू होने वाला है जिसको बड़ी तादाद में इस्लाम धर्म के मानने वाले शहादते इमाम हुसैन के रूप में मनाते हैं यूं तो पूरी दुनिया में मोहर्रम को बड़े अदब और एहतराम से मनाया जाता है मगर हमारे मुल्क हिंदुस्तान और हमारे शहर कानपुर में इसे अलग ही अंदाज से मनाया जाता है पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नवासे शहीद-ए-आजम हजरत इमाम हुसैन रजिo को उनके 72 साथियों के साथ कर्बला के मैदान में शहीद कर दिया गया था और जुल्म बर्बरीयत की सारी हदें पार कर दी गई थी हजरत इमाम हुसैन ने उस वाक्य से पूरी दुनिया को यह मैसेज दिया था कि सच्चाई पर कायम रहते हुए इंसानियत की खिदमत, अदलों इंसाफ, अमन शांति का पैगाम देकर जुल्म के खिलाफ हमेशा आवाज बुलंद करते रहना चाहिए चाहे हम तादात में जितने भी कम क्यों ना हो इमाम हुसैन के इसी मैसेज को हम सब को अपनाना चाहिए और मानवता की सेवा करते हुए अपने हुकुम और हक की लड़ाई लड़ते रहना चाहिए चाहे वह अपने अंदर बसे शैतान से हो या फिर सामने जुल्म करने वाले जालिम लोगों से इस मौके पर मौजूद कार्यक्रम के आयोजक महामंत्री महबूब आलम खान ने कहा कि कानपुर शहर हमेशा से गंगा जमुनी तहजीब का शहर है इस शहर से पूरी दुनिया में बड़ा मैसेज जाता है क्यों ना हम इस वर्ष मोहर्रम के जुलूस को लेकर कुछ अलग अंदाज से अपनी नजीर पेश करें शहर के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में दो दर्जन से ज्यादा जुलूस निकाले जाते हैं इस बार लोगों में मोहर्रम के जुलूस को लेकर खासी जोश और खरोश है हमें यह कोशिश करनी चाहिए कि हम किस अजीम हंसती के नाम से प्रसिद्ध जुलूस में शामिल हो रहे हैं उसका अदब और हेतराम बरकरार रखें जुलूस में अच्छे अंदाज से शामिल हो नात शरीफ मनकबत का नजराना पेश करते हुए जुलूस में चलें सादगी का पैगाम दे सर पर इमामा बांधे या टोपी लगाए मोहर्रम के दसों दिन या पूरा महा गरीबों को खाना खिलाए पानी व शरबत के स्टाल लगाकर लोगों की प्यास बुझाई साथ ही आस पड़ोस में बसने वाले गरीब बेवा बेसहारा यतीम बीमार जरूरतमंद लोगों की हर संभव मदद करें जगह जगह शहादत नामा का एहतमाम करें लोगों को पैग़ंबरे इस्लाम के नवासे शहीद-ए-आजम हजरत इमाम हुसैन की अजीम शहादत के बारे में बताएं और उनके 72 साथियों का जिक्र करें हर जुलूस में ज्यादा से ज्यादा अपने वॉलिंटियर बनाएं जो जुलूस को तयशुदा रास्तों से निकालने में मदद करें मीटिंग में सभी जिम्मेदारों से यह कहा गया कि जिन जगहों पर ताजिया रखी जाती थी वहां ताजिया रखें
पैगियो के जुलूस के संबंध में भी विचार विमर्श किया गया और शायाने शान जुलूस निकालने की रणनीति बनाई गई।
जूलूस आयोजकों ने इस अवसर पर जुलूस परमीशन, और पुलिस द्वारा लोहे की राड़ से सम्बंधित तथा कोई बात होने पर जुलूस आयोजकों को कुसूरवार बनाए जाने संबंधी बात कही और दबाव बनाएं जाने से अवामी आक्रोश का भी जिक्र किया।
जिस पर शहर क़ाज़ी कानपुर मौलाना मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही ने कहा कि कतई तौर से परेशान होने की जरूरत नहीं है जो भी जिस तरह से जिन परम्पराओं के साथ सय्यदुस शोहदा सरकार इमामे हुसैन रजी अल्लाहों ताला अन्हो को खिराजे अकीदत पेश की जाती रही है वह इस साल भी उसी अंदाज में होगी चाहे जलसा हो नजरों नियाज़ हो या जुलूस-ए हुसैनी । बैठक में मौजूद नायब शहर काजी कारी सगीर आलम हबीबी ने कहा कि जुलूस निकालने वाले हजरत अपना अपना जुलूस परंपरागत तरीके से निकालें जिस पर जिला प्रशासन की तरफ से कोई मसला नहीं है कोई नई परंपरा ना पैदा करें अपने जुलूस में वॉलिंटियर को जिम्मेदारी भी दें ताकि कोई साजिशकर्ता जुलूस में कोई शरारत ना पैदा कर सके इस मौके पर मुख्य रूप से शहर काजी मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही मीटिंग आयोजक महामंत्री महबूब आलम खान इस्लाम खान आजाद नायब शहर काजी कारी सगीर आलम हबीबी कारी अब्दुल मुतातलिब मौलाना शाह आलम बरकाती अखलाक अहमद चिश्ती खलीफा हाफिज कफील हुसैन जियाउल हसमत अल्लन सुजातगंज 7 तारीख हाजी शेरा के जुलूस के हाजी सलीम शेरखान राशिद खान शेरू खान 8 तारीख नई सड़क कुरैशी जुलूस के हाजी शहंशाह आलम सादिक बाबा मजार से उठने वाले जुलूस के मोहम्मद इमरान खान टीपू 6 तारीख के राइन बिरादरी के जुलूस से मुस्कान अब्दुल माबूद हाशिम रिजवी इस्तियाक अहमद राईनी 5 तारीख जोगियों के जुलूस से जलील नेता विजयनगर से हाजी सलाउद्दीन असद सिद्दीकी हाफिज मुशीर इस्लाम चिश्ती राशिद खान इमरान खान वारसी हाजी आमिर खान जुनैद खान नसीम शीशे वाले मुख्तार अहमद रहमान खान इरफान बरकाती मोहम्मद शान अच्छे गुलाब कुरेशी वसीम खान महताब अंसारी आदि लोग मौजूद रहे,
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