कानपुर- हक के लिए अपने 72 साथियों के साथ शहीद हुए हजरत इमाम हुसैन की याद में सपा प्रदेश महिला सचिव उज़्मा इकबाल सोलंकी ने कुरआन ख्वानी कराकर बच्चों, गरीब,मजदूरों में तबर्रुक तकसीम किया । उज़्मा इकबाल सोलंकी ने मोहर्रम के महीने का इतिहास बताते हुए कहा ।इसी महीने की 10 तारीख को हजरत आदम अलैहिस्सलाम की दुआ कबूल हुई । हजरत यूनुस अलैहिस्सलाम को मछली के पेट से रिहाई मिली । हजरत मूसा अलैहिस्सलाम को फ़िरऔन से निजात मिली।उन्होंने कहा 14 वर्ष पूर्व इसी मोहर्रम की 10 तारीख को ही हजरत इमाम हुसैन को यज़ीदी लश्कर ने धोखे से शहीद कर दिया था । हजरत इमाम हुसैन को यज़ीद के बढ़ते जुल्म के खिलाफ कूफ़े के लोगों ने दावत देकर बुलाया था।आप नवासा ए रसूल ने यजीद के जुल्म के खिलाफ आवाज बुलंद की थी । जिस पर यजीदी लश्कर नवासा ए रसूल पर लगातार जुल्म ढाता रहा,लेकिन आपने जुल्म के आगे झुकने के बजाय अपने प्राणों की आहुति दे कर दुनिया को पैगाम दिया कि जुल्म के आगे झुकने से बेहतर है हक के लिए अपनी शहादत दे दो । सपा महिला सभा प्रदेश सचिव उज़्मा इक़बाल सोलंकी ने यह कार्यक्रम में छावनी विधानसभा दादा मियां की दरगाह के पास किया । उनके साथ प्रमुख रूप से हाजी हसन सोलंकी,हाजी एहसन सोलंकी,गौरव सनी सिंह पवन बिलाल आदि लोग मौजूद रहे ।
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