कानपुर । जब लौकडाउन के वक़्त कानपुर में एक मुस्लिम बुजुर्ग महिला को खून की आवश्यकता पड़ी और जान पहचान के लोग लॉक डाउन की वजह से मदद में आगे नहीं आ पाए तो ऐसे में एक हिन्दू ने खून देकर इंसानियत का फर्ज अदा किया । सैनिक परिवार की फरुखाबाद निवासिनी शाहाना बेगम(उम्र 55 वर्ष) पत्नी निसार खान की दोनों किडनी फेल हैं।डायलिसिस के इलाज के लिए उनको कानपुर एयर फोर्स हॉस्पिटल कैंट आना था । डायलिसिस से पहले खून की आवश्यकता थी खून की आवश्यकता पड़ी तो निसार खान व उनके बेटे शैज़ी खान ने जान पहचान वालों से रक्तदान के लिये कहा पर लौकडाउन की वजह से कोई मदद को आगे नहीं आया।फिर जान पहचान वालों ने फोन ही बंद कर दिया । सोशल मीडिया के माध्यम से किसी ने सलाह दी की कैंट निवासी सपा से जुड़े व्यापारी नेता अभिमन्यु गुप्ता से सम्पर्क करो।पीड़ित परिवार ने अभिमन्यु गुप्ता से रक्तदान के लिए मदद मांगी ।
अभिमन्यु गुप्ता ने पहले तो हॉस्पिटल के नाम से भयभीत होकर कोई व्यवस्था कर लेने का आग्रह किया और बाद के लिए कहा पर जब फरुखाबाद निवासी पीड़ित के पति निसार खान और उनके बेटे शैज़ी खान बार बार कहने लगे और बोले की जानपहचान का कानपुर में कोई तैयार नहीं है और डायलिसिस किसी हाल में टाला नहीं जा सकता क्योंकि तबियत बहुत बिगड़ी हुई है तो फिर आज सुबह 8 बजे अभिमन्यु गुप्ता एयरफोर्स हॉस्पिटल उन पीड़ित महिला के साथ गए और उस महिला के लिए अपना खून दिया।सपा नेता व उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि वे रोजाना ज़रूरतमंदों को खाना बांट रहे हैं । पीड़ित परिवार की मदद के लिए तैयार थे पर कोरोना के माहौल में हॉस्पिटल जाने में संकोच था।पर जब फरुखाबाद के पीड़ित परिवार को कोई मदद मिली ही नहीं पॉय रही थी तो मजबूरी में रिस्क लेकर आगे आना पड़ा । अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की जिस तरह से एयर फोर्स हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने सतर्कता के साथ रक्त लिया और मदद की उससे वे संतुष्ट हैं ।
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