कानपुर । विमुक्त एवं घुमंतू जनजाति विकास परिषद (अखिल भारतीय) के उत्तर प्रदेश राज्य कार्यालय का उद्घाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण सिंह दादा द्वारा किया गया । कार्यालय के उद्घाटन के साथ ही देवकी पैलेस परिसर में स्वामी ब्रह्मानंद मुक्त जन नशा मुक्ति प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान का भी शुभारंभ राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा किया गया । तदोपरांत आज बैठक के निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया । जनजातियों के लिए स्वास्थ्य, औषधालयों, प्राकृतिक एवं आयुर्वेदिक चिकित्सा पर चर्चा । विमुक्त एवं घुमंतू जनजातियों के लिये शिक्षा, स्वावलंबन और आवास पर चर्चा,लक्ष्मी नारायण सिंह, दादा ने ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में विमुक्त जातियों के बारे में बताया कि ब्रिटिश सरकार ने संपूर्ण भारत की 200 से अधिक विद्रोही जातियों को जन्मजात क्रिमिनल ट्राईब्स नोटिफाई किया था । आजादी के बाद 1952 में भारत सरकार ने अंग्रेजों के काले कानून से इन जातियों को डिनोटिफाई कर दिया । इससे इन जातियों के बच्चे शिक्षा के मूलभूत अधिकार से पूरी तरह वंचित है । हमारे संगठन में अनेक बार उत्तर प्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार को इस संबंध में प्रत्यावेदन दी है केंद्र सरकार ने हमारी प्रत्यावेदन ऊपर जैकसन भी लिया और राज्य सरकार को निर्देशित किया इनको जाति के प्रमाण पत्र जारी किए जाएं । कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कार्यवाह कैलाश नाथ निषाद ने किया । अध्यक्षता डॉ डी आर वर्मा ने की
बैठक अध्यक्ष उत्तर प्रदेश, रमेश चंद्र लोधी एडवोकेट, राज्य कार्यवाह उत्तर प्रदेश कैलाशनाथ निषाद, स्वामी शिवानंद योगाचार्य एवं उनकी टीम,चित्रकूट,डॉ रामानंद राजभर, छत्रपाल अहेरिया, रणवीर सिंह गुर्जर,शडी.पी राजभर,डॉ. साहब दी न रावत, डॉ. डी.आर. वर्मा, गयाप्रसाद धुरिया ,संतोष नागर सोनभद्र,प्रमोद रायकवार ,विक्रम सिंह कश्यप, मैनपुरी आदि लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये ।
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