
दानिश खान
कानपुर । भारतीय बाल रोग अकादमी एवं ग्रो सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में हुई एक प्रेस वार्ता जो विश्व ओबेसिटी दिवस के रूप में 4 मार्च को मनाया जाता है जो कि 2015 से इसका आगाज़ हुआ जो बदस्तूर जारी है आज रीजेंसी सिटी क्लिनिक में भारती बाल रोग अकादमी की ओर से विश्व मोटापा दिवस के अवसर पर एक वार्ता की गई जिसमें डॉ अनुराग बाजपेई ने बताया कि आज मौजूदा समय मे हर 3 में से 1 बच्चा मोटापे का शिकार हो रहा हैऔर मोटापे से ग्रसित बच्चो में आम बच्चो के निम्वत ब्लड प्रेसर की समस्या आम हो रही है आकड़ो के अनुसार 10 से 18 वर्ष के बच्चों के ये समस्या ज़्यादा होती है ।
उन्होंने बताया कि डॉ प्रतीक इस विषय में शोध कर रहे है जिसमे उन्होंने बताया कि 20% बच्चो में ही सही एक्टिविटी देखने को मिल रही बाकी के 80% में अभी भी ये समस्या बरकार है उन्होंने बताया कि लिवर डैमेज होने के पीछे का मैंन कारण फैट बढ़ना ही है ।
डॉ अनुराग भारती ने बताया कोविड में मोटापे की समस्या बढ़ी है उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार ये समस्या लगभग 60% से भी अधिक बढ़ सकती है यह चिंता का विषय है ,डॉ सुबोध बाजपेयी ने बोला कि पहले के 6 माह तक अच्छी तरह से बच्चो को मा का दूध पिलाना चाहिये ।
5 वर्ष तक के बच्चों को टीवी और मोबाइल से बहुत ज़्यादा दूर रखने की ज़रूरत है कोल्ड ड्रिंक व जंक फूड से बच्चों को दूर रखे इसी उपलक्ष्य मे डॉ रश्मि कपूर ने बताया कि 2-3वर्ष के बच्चों को 10 घंटो की नींन्द और 4 वर्ष से टीन ऐज के बच्चो को 8 घंटे की नींन्द की अवश्यता होती है,स्कूल में इस तरह की एक्टिविटी होनी भी ज़रूरी है। हॉर्लिक्स ,बॉर्नविटा ,कंप्लेन जैसे प्रोडक्ट में अत्यधिक फैट बढ़ाने के सिवा कुछ भी नही इसलिए माँ बाप बच्चो की एक्टिविटी पर विशेष ध्यान दे ।
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