आरएनए वायरस का म्यूटेट होना है निमोनिया मरीज के लिए खतरनाक
वायरल निमोनाइटिस में निसंकोच अपनाएं होम्योपैथिक दवाएं
वायरल निमोनाइटिस के साथ हाई ग्रेड फीवर और प्लेटलेट कम हो तो होम्योपैथिक दवाई नेट्रम सल्फ, आर्सेनिक एल्बम एवं डलकामारा खाए
कानपुर । विश्व निमोनिया दिवस के अवसर पर आज आरोग्यधाम ग्वालटोली में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बोलते हुए आरोग्य धाम के वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ हेमंत मोहन ने बताया की बदलते मौसम में 1 वर्ष से 5 वर्ष की उम्र के बच्चे एवं 60 वर्ष के ऊपर के बुज़ुर्ग निमोनिया के सबसे सरल शिकार होते हैं इस समय डेंगू एवं कोरोना काल में निमोनाइटिस एक साधारण लक्षण हो गया है जिसमें अगर प्लेटलेट काउंट कम हो जाए तो यह मरीज के लिए बहुत ही घातक स्थिति हो सकती है। डॉ हेमंत मोहन ने बताया की बदलते मौसम में बिल्कुल भी लापरवाही ना बरतें पूरे कपड़े पहन कर ही बाहर निकले एवं एंटीबायोटिक का सेवन ना करें। होम्योपैथिक पद्धति में वायरल निमोनाइटिस का अचूक इलाज है। आरोग्यधाम की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आरती मोहन ने गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को निमोनिया से बचने एवं विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी।
उन्होंने बताया कि अगर गर्भधारण के समय मां को निमोनिया हो जाता है तो उसका असर होने वाले बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है। साथ ही उन्होंने बच्चों को मास्क पहनने एवं सर्दी खांसी जुकाम के रोगियों से दूर रहने की सलाह दी एवं प्रचुर मात्रा में फल एवं हरी सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी । कार्यक्रम में श्रुति सैनी, सौम्या आदि उपस्थित रहे। संवादाता दानिश खान..
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